नवकार महामंत्र जैन धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र मंत्र है। इसे जैन धर्म का मूल मंत्र भी कहा जाता है। इस महामंत्र के कई नाम है जैसे णमोकार महामंत्र, पंच परमेष्टि मंत्र, नमस्कार सूत्र आदि। इस मंत्र द्वारा अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु – को नमन किया जाता है। यह मंत्र जैन धर्म में आत्मशुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग दिखाता है। इसे जपने से मन शांत होता है और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
णमोकार महामंत्र / नवकार महामंत्र से जुड़े सवाल – जवाब हम आपसे साझा कर रहे हैं। { Navkar mahamantra / Jain Dharmik Question Answer / Quiz }आप भी यह सवाल – जवाब औरों के साथ शेयर कीजिए। ताकि सभी के ज्ञान में वृद्धि होंगी।
नवकार महामंत्र सवाल जवाब { Jain Dharmik Question Answer / Quiz } Part no. 1
1.जैन धर्म का महामंत्र कौन सा है ?
नवकार मंत्र ।
2.नवकार मंत्र कब से प्रारंभ हुआ?
अनादिकाल से। न इसकी आदि है न अंत है।
3.चौदह पूर्वी का सार किसमें है?
ans: नवकार मंत्र में।
4.सभी मंगलों में प्रथम मंगल कौन सा है?
ans:नवकार मंत्र ।
5.मंगल किसे कहते हैं?
ans:जो पापों को नष्ट करें।
6.नमस्कार मंत्र शाश्वत है या अशाश्वत है?
ans:शाश्वत है।
7.नवकार मंत्र में किसे नमस्कार किया है?
ans:पाँच पदों को।
8.सामायिक सूत्र का प्रथम पाठ कौन सा है?
ans:नवकार मंत्र ।
9.नवकार मंत्र क्या करता है?
ans:सभी पापों का नाश करता है।
10.नवकार मंत्र के 9 पद में कितने अक्षर होते हैं?
ans:68 (अड़सठ)।
11.नवकार मंत्र में कितने पद है?
ans:पाँच पद।
12.नवकार मंत्र के पाँच पदों में कितने अक्षर है?
ans:35 (पैतीस)।
13.नवकार मंत्र किन-किन शास्त्रों से लिया गया है?
ans:1 भगवती सूत्र 2 कल्पसूत्र 3. आवश्यक सूत्र 4 चन्द्रप्रज्ञाति सूत्र 5 सूर्यप्रज्ञप्ति सूत्र 6. जंबुद्वीपप्रज्ञति सूत्र।
14.णमो का अर्थ क्या है?
ans:नमस्कार।
15.नमस्कार किसलिये किया जाता है?
ans:अहंकार को हटाने के लिये।
16.नमन कितने योगों से होता है?
ans:तीन योगों से।
17.तीन योग कौनसे हैं?
मन, वचन, काया।
18.नवकार मंत्र कहने से क्या लाभ होता है?
ans:1पुण्य का बध होता है।
2 अशुभ कर्म की निर्जरा होती। 3. गुण ग्राहकता बढ़ती है। 4 मोक्ष की प्राप्ति होती है।
19.नमस्कार मंत्र में कितने पद के संहनन ( हड्डी की रचना), संस्थान ( शरीर की रचना ) हैं?
ans:चार अरिहंत, आचार्य, उपाध्याय, साधु।
20.नवकार मंत्र में कितने पद निद्रा लेते हैं?
ans: तीन आचार्य, उपाध्याय, साधु।
Jai Jinendra