वीतराग सेवा संघ (साधना सदन) का 45 वे वर्ष में पदार्पण!

शपथ विधि एवं सम्मान समारोह संपन्न !

सेवा – संघटन – सहकार्य की अटूट परंपरा !

पुणे, वीतराग सेवा संघ (साधना सदन) ने १ जून, २०२५ को महावीर प्रतिष्ठान, सलेसबरी पार्क, पुणे में  शपथ विधि समारोह एवं जो धार्मिक, व्यावसायिक, सामाजिक क्षेत्र में अग्रसर है ऐसे 11 महानुभावों का सम्मान समारोह सफलतापूर्वक संपन्न किया। यह कार्यक्रम सुबह १०:१५ बजे शुरू हुआ, जिसमें युवा और अनुभवी कार्यकर्ताओं का अद्भुत संगम देखने को मिला, जो संघ के कार्यों को उसी ऊर्जा और समर्पण के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। संघ ने इन 45 वर्षों में अपनी सेवा कार्यों में निरंतरता बनाए रखी है, जिससे समाज सेवा का यह कार्य अखंड रूप से जारी है।

गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति

इस गरिमामय समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में आदरणीय भामाशाह श्री प्रकाशजी रसिकलालजी धाड़ीवाल (उद्योजक) उपस्थित रहे।

समारोह के अतिथि महाराष्ट्र सरकार जैन अल्पसंख्यक वित्तीय विकास निगम के पहले अध्यक्ष श्री ललितजी गांधी और वीतराग सेवा संघ के

संस्थापक सभासद श्री कांतिलालजी नहार भी उपस्थित थे, जिन्होंने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई

कार्यक्रम की मुख्य झलकियां

समारोह की शुरुआत सौ. वर्षा कांकरिया, सौ. शोभा कांकरिया, सौ. राजश्री मुथा और सौ. ज्योति ओस्तवाल द्वारा प्रस्तुत नवकार महामंत्र और स्वागत गीत से हुई,

जिसने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

संघ के महामंत्री श्री संजय ओस्तवाल ने प्रस्तावना प्रस्तुत की। इसके बाद, वीतराग सेवा संघ के संस्थापक सभासद श्री कांतिलालजी नहार ने शपथ विधि संपन्न कराई।

नवगठित पदाधिकारी

वीतराग सेवा संघ (साधना सदन) के नए पदाधिकारी इस प्रकार हैं –

अध्यक्ष – दिलीप कांकरिया

वरिष्ठ उपाध्यक्ष – संजय मुथा

उपाध्यक्ष – सागर संचेती

उपाध्यक्ष – वर्षा कांकरिया

कार्याध्यक्ष – अनिल (काका) गेलडा

महामंत्री – संजय ओस्तवाल

मंत्री – नितीन जैन

खजिनदार – प्रविण गुंदेचा

सह-खजिनदार – सुनिल मुथा

45 वर्षों के सफर का ब्रोशर विमोचन

इस अवसर पर, वीतराग सेवा संघ (साधना सदन) के 45 वर्षों के सफर को दर्शाने वाले एक विशेष ब्रोशर का अतिथियों के कर कमलों द्वारा विमोचन किया गया,

जो संघ की यात्रा और उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है।

11 पुरस्कर्ताओं का सम्मान

वीतराग सेवा संघ (साधना सदन) ने उन महानुभावों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया, जिन्होंने व्यावसायिक,सामाजिक और धार्मिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है।

सम्मानित किए गए पुरस्कर्ता की श्रृंखला में थे –

  • विजयकांतजी मोतीलालजी कोठारी
  • अचलजी वालचंदजी जैन
  • गौतमजी सुखलालजी सेटिया
  • फूलचंदजी धनराजजी बांठिया
  • लखीचंदजी बंसीलालजी खींवसरा
  • खूबीलालजी मांगीलालजी सोलंकी
  • विनोदजी कचरदासजी पोरवाल
  • मोहनलालजी कन्हैयालालजी संचेती
  • सुरेशजी अमरचंदजी नवलखा
  • विजयजी कपूरचंदजी धोका
  • प्राणदास (पुणे एडवेंटिस्ट हॉस्पिटल)

प्रेरक उद्बोधन और समापन

अध्यक्ष श्री दिलीप कांकरिया ने संघ के भविष्य की रूपरेखा प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि श्री प्रकाशजी धाड़ीवाल और अतिथि श्री ललितजी गांधी ने अपने मनोगत व्यक्त किए, जिन्होंने सभी को प्रेरित किया।

श्री बालासाहेब धोका ने भी अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम का सूत्र संचालन एड. रूपल चोरडिया, संपादिका जैन परम्परा, ने कुशलतापूर्वक किया।

अंत में, श्री प्रवीण गुंदेचा ने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया, और राष्ट्रगीत के साथ समारोह का समापन हुआ।

इस समारोह में अभय छाजेड़, बालासाहेब धोका, विलास राठोड़, विजय पारख, पृथ्वीराज धोका, हरसुख बोरा, राजेंद्र सुराणा, संदीप सेठिया,

एड. अशोक कांकरिया जैसे कई अन्य गणमान्य अतिथियों ने पधारकर समारोह की शोभा बढ़ाई।

वीतराग सेवा संघ (साधना सदन) के पदाधिकारी और कार्यकारी सदस्यों ने इस समारोह को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास किया !

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