खेलिये ताश के पत्ते !

ताश के पत्ते भगवान ने बाँटे या भाग्य ने, बाँटे जो बाँट दिए खेलना उन्हीं पत्तों से है। पत्ते हमारे यानी जिन्दगी के रूप में अपने हाथों में आ गए हैं। अन्य मत वाले कहते हैं- इस दुनिया का नियन्ता भगवान ही है। जैन थ्योरी कहती है- यदि भगवान ही दुनिया का काम करने लगे … Read more

बोली ने किया बवाल

चलते-चलते थक चुका एक राहगीर, विश्रांति हेतु स्थान को खोज करने लगा। तब एक महिला ने अपने मकान के प्रखंड में उसे रहने के लिए स्थान दे दिया। रात भर वह शांति से सोया। सुबह उठकर उस बुजुर्ग राहगीर ने पेट की भूख शांत करने के लिए खिचड़ी बनाने का विचार किया। आसपास पड़ी सूखी … Read more

स्वार्थ नहीं : परमार्थ

स्वार्थ से ऊपर उठकर परमार्थ में लगने वाले व्यक्ति देह से मरकर भी अमर हो जाते हैं। जनता उन्हें सदा श्रद्धा ही से याद करती है। बात उस समय की है, जब बाल गंगाधर तिलक ने वकालत की परीक्षा पास कर ली थी। उनके एक मित्र ने उनसे पूछा- अब क्या करना चाहते हो? सरकारी … Read more

दोनों को अहसास

आज अमन ऑफिस से ही आफत मोल लेकर घर पहुँचा। अपना बैग रखा ही था कि दोनों बच्चे झगड़ते हुए पापा के पैरों से लिपट गए और बड़ी मासूमियत से पूछा ‘पापा! जल्दी बताओ, आप किससे ज्यादा प्यार करते हैं? अमन का मन ऑफिस में हुई बॉस से बहस के कारण डिस्टर्ब था। उसने बच्चों … Read more

जैन धर्म के प्रसार में जुटे दुबई के नन्हें सितारे जैनम और जिविका

दुबई से आए जैनम (12 साल) और जिविका (10 साल) ने अपने अद्वितीय कर्तृत्व से न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में जैन धर्म के प्रसार के प्रति अपनी गहरी निष्ठा और समर्पण का परिचय दिया है। इन नन्हें जैन धर्म के अनुयायियों का उद्देश्य मात्र अपनी आस्था का प्रचार करना नहीं है, बल्कि … Read more