णमोकार महामंत्र से जुड़े सवाल – जवाब Navkar Mahamantra / Jain Dharmik Quiz Part -1

नवकार महामंत्र जैन धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र मंत्र है। इसे जैन धर्म का मूल मंत्र भी कहा जाता है। इस महामंत्र के कई नाम है जैसे णमोकार महामंत्र, पंच परमेष्टि मंत्र, नमस्कार सूत्र आदि। इस मंत्र द्वारा अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु – को नमन किया जाता है। यह मंत्र जैन … Read more

शिवधाराआचार्य प्रवर डाॅ शिवमुनिजी म.सा….

आप अपना ज्ञान यदि लोगों को बाँटते हैं तो आपका ज्ञान वृद्धिंगत होगा, आपको आत्मिक शांति मिलेगी। स्वयं भरपेट खा कर भी आप दूसरों को भोजन नहीं देते हैं तो आप भरे पेट भी भूखे ही रहते हैं। यदि आप अपने में से आधा भोजन दूसरों को देते हैं तो वह भोजन अमृत है। इससे … Read more

पर्युषण को मनाइए…पुण्यवाणी कमाइए

पर्युषण महापर्व में हंसते-खलते अपना सकते हैं… यह त्याग प्रत्याख्यान पर्युषण महापर्व को सफल बनाने के लिए यथाशक्ति नीचे दिए हुए नियम जरूर अपनाएं और पर्युषण महापर्व को सफल बनाएं। 1) संत दर्शन करना । 2) सूत्र श्रवण करना। 3) प्रवचण श्रवण करना। 4) प्रतिक्रमण करना । 5) प्रार्थना करना । 6) नवकार मंत्र की … Read more

शिखर से बातेंप.पू आ.भ.श्रीमद् विजय रत्नसुंदरसूरीश्वरजी महाराज

अपने महल में जाकर सुरसुन्दरी ने त्रियाचरित्र दिखाना शुरु कर दिया। सर के बाल बिखेर लिए, कपड़े अस्त-व्यस्त कर लिए, हाथों से मसलकर आँखें लाल कर ली और मुँह बिगाड़कर पलंगपर सो गयी।कुछ ही देर में हरिषेण आया। बाहर खड़ी विमला से पूछा, ‘रानी कहाँ है ?’‘आप ही जाकर देख लीजिये न !’ विमला के … Read more

कटारिया फाउंडेशन का कार्य सराहणीय, सतर्क रहकर समाज उत्थान के लिए काम कर रहे है कटारिया की बहु बेटिया- प.पू. पद्मश्री आचार्य चंदनाजी

पुणे , पद्मश्री आचार्य परमपूज्य चंदनाजी महाराज साहेब आदि ठाणा के नेश्राय मे, मार्गदर्शन मे कटारिया पुणे जिला की उद्बोधनात्मक सभा एवम पुणे जिला महिला कमिटी का गठन बडे ही उत्साह से संपन्न हुवा। उस समय रांजणगाव गणपती, वडगाव शेरी,पुना के विविध भाग से, दौंड , पनवेल ,वरवंड, भोसरी, पिंपरी चिंचवड, प्राधिकरण से महिला उपस्थित … Read more

पर्युषण महापर्व 1 सितम्बर से प्रारम्भ

आत्मा की शुद्धि के लिए करेंगे तप व जप 8 सितंबर को “मिच्छामि दुक्कड़म्” के साथ होंगी पूर्णिहूति जैन धर्म के पर्युषण पर्व मनुष्य को उत्तम गुण अपनाने की प्रेरणा हैं। इन दिनों जैन धर्मावलंबी व्रत, तप, साधना कर आत्मा की शुद्धि का प्रयास करते हैं और स्वयं के पापों की आलोचन करते हुए भविष्य … Read more

आहार और जीवन कैसा होना चाहिये ?

आहार और जीवन का घनिष्ट सम्बन्ध है। शरीर को बनाने के लिए, शरीर के अस्तित्व को टिकाने के लिए और क्षुधा आदि के निवारण के लिए हर प्राणी को आहार ग्रहण करने की आवश्यकता रहती है। जैनदर्शन के अनुसार तो प्रत्येक आत्मा गर्भ में अवतरण के साथ ही सर्वप्रथम आहार ग्रहण करने की प्रवृत्ति करती … Read more

सारा संसार एक पुस्तक है

एक बहुत खूबसुरत बाग था। बीच में बड़ा-सा फव्वारा, चारों तरफ कालीन की तरह बिछी हरी घास और क्यारियों में रंग-बिरंगे फूल झूम रहे थे। लोग सुबह-शाम बाग को देखने-घूमने आते। वहाँ इतनी भीड़ रहती कि बेंचो पर जगह ही नहीं मिलती। कुछ लोग तो नियमित सैर के लिए आते थे। इनमें एक युवक भी … Read more

सबसे बड़ी खोज

वैज्ञानिक माइकल फैराडे का नाम आज भी अभावग्रस्त, कर्मठ लगनशील विद्यार्थियों की राह प्रशस्त कर रहा है। माइकल बहुत गरीबी में पला-बढ़ा था। जैसे-तैसे दसवीं पासा करने के बाद घर को चलाने के लिए लंदन में अखबार बेचने का काम करने लगा था। साथ ही यथा उपलब्ध समय का दुरुपयोग न कर पढ़ाई भी करता। … Read more

खेलिये ताश के पत्ते !

ताश के पत्ते भगवान ने बाँटे या भाग्य ने, बाँटे जो बाँट दिए खेलना उन्हीं पत्तों से है। पत्ते हमारे यानी जिन्दगी के रूप में अपने हाथों में आ गए हैं। अन्य मत वाले कहते हैं- इस दुनिया का नियन्ता भगवान ही है। जैन थ्योरी कहती है- यदि भगवान ही दुनिया का काम करने लगे … Read more