कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर करनेवाली प्राजक्ताजी को बचपन से ही केक का शौक था। उनकी मम्मी हमेशा उनके लिए केक बनाती थी, फिर चाहे वह केक काजू बादाम से डेकोरेट किया हुआ हो या जेम्स के चॉकलेट लगाया हुआ हो। उन्हें उनके मम्मी की यह क्रिएटिविटी बहुत लुभाती थी। शादी के बाद जब वह अपने पति प्रवीणजी के साथ जर्मनी गई तो वहां पर भी अपने बेटे सुमेध के लिए वह हमेशा केक बनाती थी। जैन धर्म के संस्कार थे, तो बाहर का केक अपने बेटे को खिलाना, वह अवॉइड करती थी लेकिन जब भी बाहर अपने बेटे के साथ कोई केक देखकर आती थी तो उसे घर पर बनाने का जरूर ट्राई करती थी। बस अपने इसी क्रिएटिविटी को उन्होंने अपना पैशन बना दिया।
प्राजक्ता शहा एक अत्यंत प्रभावशाली बेकर हैं, जो कई व्यापारिक महत्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ सफलतापूर्वक अपना करियर बेकिंग में कर रही हैं।
प्राजक्ताजी बेकिंग में अपनी क्रिएटिविटी को व्यक्त करती है। वे नए रेसिपी का अध्ययन कर, अलग-अलग डेकोरेशन तकनीकों का प्रयोग करती हैं, और खुद के अनुकूल बेकिंग के उत्पाद बनाती हैं।
बेटा सुमेध एवं बेटी ईरा दोनों के नाम मिलकर सुमिरा बेकिंग नाम से उन्होंने अपनी एक पहचान बनाई है। आज भी वह जब भी केक बनाती है तो उन्हें उनके बेटे और बेटी ही केक के बारे में सुझाव देते हैं की केक का रंग
और डिज़ाइन कैसी है।
प्राजक्ताजी ने अनेक बेकिंग प्रतियोगिताओं में भाग लिया है और वहां अपने उत्कृष्ट कौशल का प्रदर्शन किया है। उनका योगदान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने 2023 में अनेक प्रतियोगिताओं में अपना नाम रोशन किया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं से लेकर भारतीय स्तर की प्रतियोगिताओं तक शामिल थे।
- अंतरराष्ट्रीय केक प्रतियोगिता (4 वीं संस्करण): प्राजक्ता ने हैंड पेंटेड केक श्रेणी में पहली रैंक हासिल की। इस प्रतियोगिता में विभिन्न देशों के बेकर्स शामिल थे।
- इंडिया बेक शो: बैंगलोर में आयोजित इस इवेंट में, प्राजक्ता ने सजावटी कपकेक श्रेणी में पहली रैंक हासिल की। इस इवेंट में भारत के विभिन्न शहरों से बेकर्स शामिल थे।
- वन टायर वंडर कैटेगरी: मुंबई में आयोजित इस प्रतियोगिता में, प्राजक्ता ने तीसरा स्थान हासिल किया। इस प्रतियोगिता में पैन-भारतीय बेकर्स शामिल थे।
- इंडिया बेक बैटल प्रतियोगिता: बेंगलुरु में आयोजित इस प्रतियोगिता में, प्राजक्ता ने पहला स्थान हासिल किया। इसमें पुणे का प्रतिनिधित्व करने का मौका भी उन्हें मिला।
- हेल्थी बेस्ट केकाँलॉजी प्रतियोगिता: मुंबई में आयोजित इस प्रतियोगिता में, प्राजक्ता ने ब्रोंज विनर के रूप में सम्मान प्राप्त किया। यह एक पैन इंडिया बेकर्स प्रतियोगिता थी।
उनका 10 साल से अधिक का अनुभव उन्हें एक अग्रणी और विशेषज्ञ बना दिया है। उन्होंने विभिन्न फुड ब्लॉगों में अपने कौशल को साझा किया है, जिससे वे बेकिंग समुदाय में मान्यता प्राप्त करने में सफल रहे हैं।
प्राजक्ताजी कहती है, उनके पति प्रवीणजी उन्हें हमेशा कुछ नया करने के लिए प्रेरित करते हैं। उनके साथ और सहयोग के बिना इस मुकाम तक पहुंच पाना असंभव था।
प्राजक्ता शहा का बेकिंग करियर उदाहरण है, जो उत्कृष्टता, प्रेरणा, और मेहनत के माध्यम से सफलता की ओर पहुंचाता है। उनके काम ने बेकिंग को एक अद्वितीय स्थान दिया है। प्राजक्ता जी युवा वर्ग एवं महिलाओं से यही कहना चाहती है, बेकिंग एक रोमांचक, प्रेरणादायक, और समृद्धिपूर्ण करियर है। चाहे आप किसी भी क्षेत्र में हो आप आपके ख्वाबों को हकीकत में उतार सकते हो, सिर्फ उन ख्वाबों को साकार करने में आपको जान लगानी पड़ेगी।