नासिक, दरअसल, समाज में वृद्धाश्रमों की संख्या बढ़ना कोई सकारात्मक संकेत नहीं है, लेकिन आज समाज के विभिन्न स्तरों पर वृद्धों की उपेक्षा, उनकी देखभाल में लापरवाही, उनके स्वास्थ्य, खान-पान और समय पर दवा एवं उपचार न मिलने जैसी समस्याएं देखने को मिल रही हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वर्तमान पीढ़ी कुछ हद तक लापरवाह होती जा रही है। इस कारण वृद्धों को अपने दैनिक जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि वृद्धाश्रम आज की जरूरत बनते जा रहे हैं, यह कहना गलत नहीं होगा।
यह विचार प्रसिद्ध उद्यमी और समाजसेवी कांतीलाल चोपड़ा ने व्यक्त किए।