Shayri for Bhagwan Mahavir Mahaveer Janm Kalyanak par Shayri
◆ प्रभु वर्धमान जिनवर सिद्धार्थ कूल चंदन त्रिलोक पूजनीय है मां त्रिशला के नंदन आलोकित है नवधरा दिव्य प्रकाश से परमपिता महावीर को करें शत शत वंदन। ◆ भाव हैं तो भक्ति का सुमन जरुर खिलेगा एक बार तो मुक्ति का सिंहासन भी हिलेगा श्रद्धा की गहराई मोती चुना करती है चंदना बन कर देखिए वर्धमान … Read more