अहिंसा स्थल, महरौली में जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थकर भगवान महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक के शुभ अवसर पर 24 वर्षों बाद भव्य महामस्तकाभिषेक का आयोजन अर्हं योग प्रणेता मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज के सानिध्य एवं आशीर्वाद से किया गया। इस भव्य आयोजन में 7 अप्रैल को प्रातः 6.00 बजे कुतुबमीनार परिसर में मुनि श्री के सानिध्य में अर्हं योग का आयोजन किया गया जिसमें शताधिक लोगों ने अर्हं योग का लाभ लिया। णमोकार महामंत्र की गूंज से कुतुबमीनार परिसर गूंज उठा। 8 अप्रैल को भी नित्य पूजा, अभिषेक एवं स्वाध्याय प्रवचन आदि हुए। 9 अप्रैल को श्री वर्धमान स्तोत्र महामण्डल विधान का आयोजन किया गया जिसमें 501 जोड़े एवं अनेक श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से गुरुदेव के सानिध्य में विधान किया। 10 अप्रैल को 24 वर्षों पश्चात् हो रहे तीर्थंकर भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव के दिन मस्तकाभिषेक का प्रथम कलश जैन समाज के गौरव,धर्मस्थल मंदिर के धर्माधिकारी,राज्यसभा सदस्य पद्म विभूषण, पद्म भूषण वीरेंद्र हेगड़े एवं सुरेन्द्र हेगड़े ने किया और सपरिवार दर्शन किए। मस्तकाभिषेक पर शास्त्रीय संगीत पर आधारित भजन संध्या तथा महिला मण्डल द्वारा सुंदर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। अहिंसा स्थल महामस्तकाभिषेक समिति एवं अहिंसा स्थल परिवार ने भव्य व्यवस्था के साथ समस्त जैन समाज का अभिनंदन किया।
