कर्मों का लेखा

jain story in hindi

सोनगढ़ के राजा चतुरसिंह समय-समय पर अपने दरबारियों से सवाल पूछकर उनके ज्ञान की परीक्षा लिया करते थे। सही उत्तर मिलने पर भारी इनाम भी देते थे। इस कारण प्रत्येक दरबारी अपने चारों तरफ की जानकारी रखता था। एक बार उन्होंने अपने मंत्री से पूछा “मंत्रीजी ! मुझे चार प्रश्नों के जवाब दो। पहला, जो … Read more