ऐसे मामलों में न्यायिक फैसले जल्दी होना जरूरी
अक्षत मुनि का 18वां उपवास
भायंदर , आध्यात्मिक देश में रेप बलात्कार,छेड़छाड़ जैसी घटनाओं की बाढ़ आना कलंक और शर्मनाक हैं व मानवता को शर्मसार करने वाली है। दूध मुंही मासूम बच्चों के साथ कुकर्म करके मौत के घाट उतारने वाला राक्षस और शैतान से कम नहीं है।
उपरोक्त विचार प्रवचन प्रभावक कमलमुनि ‘कमलेश’ ने भायंदर(ईस्ट) के ओस्तवाल बगीची में चल रहे चातुर्मासिक प्रवचन में कहे।उन्होंने विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे दरिंदे के ऊपर केस चलाने के बजाय स्थान पर ही दंड दिया जाना चाहिए जो रंगे हाथ पकड़े जाते है।उन्होंने कहा जितने अपराधी दोषी हैं उससे कई ज्यादा दोषी हमारी सरकार है जो खुलेआम फिल्मों,नेट आदि के द्वारा खुले आम अश्लीलता परोस रही है। सेंसर बोर्ड नाम की कोई चीज नहीं है।
राष्ट्रसंत ने कहा कि प्रशासन की नाक के नीचे अश्लील साहित्य और ब्लू फिल्में सारे आम बिक रही है जंगल राज छाया हुआ है।जैन संत ने बताया कि जब तक इन पर अंकुश नहीं लगाया जाएगा तब तक मानसिक विकृति पर रोक नहीं आएगी तब तक चाहे मृत्यु दंड का कानून बना दो कोई असर नहीं आएगा।अंत में सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि दूरदर्शन फिल्में जब तक संस्कारों का बीजारोपण संस्कृति की रक्षा की भूमिका नहीं निभैगी तब तक चरित्र का निर्माण नहीं होगा।
इस अवसर पर अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली महिला शाखा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रानी राणा वीरांगना, संयोजक आशा सांभर, संत सेवा की जतन गोटा, पंजाब शाखा की अध्यक्ष रेनू जैन, दिवाकर मंच के संरक्षक डॉक्टर बोरीवली संगठन समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता देश लहराजी, नीमच संघ के मंत्री बम वीरवार, समाज के प्रमुख मोहन जैन,युवा शाखा उदयपुर के हनी जरौली, महिला शाखा मुंबई की रंजना बहन आदि सभी ने विचार व्यक्त करके अपने-अपने क्षेत्र में पधारने की विनती की।तपस्वी अक्षत मुनिजी को 19 उपवास तथा अभय कुमार जैन का 36 उपवास का अभिनंदन समारोह 151 और 131 एकासन करने का संकल्प लेकर अभिनंदन किया गया।
दीपक जैन