गुरुदेव पूज्य गौतम मुनिजी म. सा. बरसा दाता के प्रवचन ने छुए हृदय

युवा उत्सव और रक्षाबंधन का अद्भुत संगम

पुणे, श्री वर्धमान श्वेतांबर जैन श्रावक संघ साधना सदन महावीर प्रतिष्ठान में चातुर्मास का पावन पर्व मनाया जा रहा है। इस अवसर पर पूज्य गौतम मुनिजी महाराज और पूज्य चेतन मुनिजी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है। प्रवचन की श्रृंखला में क्या हम सच मे स्वतंत्र है, इर्षा का अग्निसे स्वयंको परखो मत जलने दो, मिली हुई बुद्धी का सही उपयोग करे, भाई बहन के रिश्ते का महत्व एवम पवित्रता, रक्षाबंधन, ऐसे अनेक विषयोंपर गुरुदेव ने सुंदर प्रवचन दिया एवं शेकडो श्रावक-श्राविकाने रोजाना लाभ लिया । मिठे आवाज और गायन का ज्ञान रहने के कारण रोज गुरुदेव सुंदर स्तवन जरूर सुनाते है। पूना, पिंपरी चिंचवड के भक्त जनो के साथ घोडनदी भाईंदर मुंबई, धुलिया, सुरत से अनेक भक्तजन गुरुदेव दर्शन एवं विनंती हेतू पधारे.

इस शुक्रवार के युवा युवती के विशेष सत्र मे आये थे मुंबई एसपी जैन कॉलेज के विश्व विख्यात मोटिवेशनल गुरु श्री राजा रॉय चौधरी जिन्होने मास्टरींग इमोशन मॅनेजमेंट अँड डिस्कवर वेअर लाईव्ह इज टेकींग यु, इस विषय पर बहुत सुचारु रूप से उपस्थित युवा युवति को संबोधित किया, की हमे आज के जीवन में हर कार्य को सफल करने के लिए कैसे सोच रखनी चाहिये और हमे जित हासिल करने के लिए किस मोड से आगे बढना चाहिए और आज का युवा किस मोड पे जाके गलती कर रहा है। हमने अपने इमोशन सेंन्टीमेंट्स को कंट्रोल में रखकर कैसे जीत हसील करनी चाहिये इस विषय पर बहुत सुंदर मोटिवेशनल स्पीच राजा रहे सब चौधरी ने दिया । अनेक युवा युती के उपस्थिती में शनिवार का सत्र पूर्ण हुआ ।
शनिवार को रक्षाबंधन राखी का सामूहिक महोत्सव गुरु चरणो मे संघ द्वारा आयोजित किया गया था । गुरूदेवने रक्षाबंधन का महत्व बताते हुवे भाई बहनोंने अपने संबंधोको कैसे एक निष्ठा से बांध के रखना चाहिए और इससे परिवार कैसे एकजुट रह सकते है इसका विशेष प्रवचन दिया। प्रवचन के पश्चात गुरू मंत्रो व्दारा रक्षा धागे का (राखी) को पवित्र बनाते हुवे, तिलक को अलग रूप से बहन भाई एक दुसरे को करते हुवे उसका महत्व करके बताया । इस सामुहिक रक्षा बंधन के आयोजन में २३५ से अधिक भाई, भाबी एवं बहन के जोडियोंने सहभाग लिया। यह विशेष महोत्सव देखने के लिए अनेक दर्शनार्थी पधारे थे। इस महोत्सव में अशोकजी रमणलालजी जितेंद्रजी कटारिया ने बडा सहयोग दिया। इस कार्य को पुरा यशस्वी करने के लिए विजयजी धोका, शशिकांत सुराणा, काका गेलडा, नितीन ओस्तवाल ने मेहनत कर कार्यक्रम को यशस्वी बनाया। शनिवार के दोपहर के सत्र में प्रश्न मंच रखा गया था। जिसमे पूना एवं पिंपरी चिंचवड के अनेक श्रावक श्राविकाने भाग लिया । जिसमे लगबग सोला से अधिक टिम ने भाग लिया था। इसको यशस्वी करने के लिए लिलाबाई लोढा, चंचल कोठारी, आशा शिंगवी, ज्योती धोकाने खूब मेहनत की। इस तरीके से बहुत सफलता पूर्वक चातुर्मास का चौथा सप्ताह पूर्ण हुआ। यह सब कार्य सफल करने में श्री विजयकांतजी कोठारी, श्री वालचंदजी संचेती, श्री विजयजी भंडारी, श्री अरूणजी शिंगवी, श्री लखिचंदजी खिंवसरा, सौ विमलजी बाफना, श्री राजेंद्रजी गुगळे, श्री जवाहरजी बोथरा इनका विशेष प्रयास रहा है। वैसे ही अनेक श्रावक श्राविकाने दान, तप, जप, तपस्या के माध्यम से गुरु चरणो मे अपना समर्पण एवं धर्म के प्रति समर्पण अर्पण किया। ऐसी जानकारी साधना सदन के महामंत्री आदेश खिंवसरा इन्होने दि ।

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