उत्तम क्षमा पर हिंदी कविता

Hindi Poem on Kshamapana / Uttam Kshama

क्षमा जैन धर्म का सबसे बड़ा हथियार है। जिससे हम हमारे राग द्वेष रूपी कषायों को कम कर सकते हैं। जिंदगी का निर्वाह करते समय हमसे जानते-अजानते गलतियां हो जाती है। लेकिन क्षमा मांगने एवं क्षमा करने से हमारी आत्मा निर्मल पावन बनती है।

 उत्तम क्षमा का आया है अनुपम मौका 

जिसने हमारे क्रोधादि कषायों को रोका |
गत दिनों में हुई भूलों का करना है स्मरण
क्षमायाचना, क्षमादान से ही तो होगी आत्मा पावन 
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जाने अनजाने में हो जाती हैं मन में गलतियां
छल-कपट, अज्ञानता से बन जाती है मन में भ्रांतियां
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“क्षमा वीरस्य भूषणम्” हैं जैन धर्म का संदेश
कभी कोई प्रसंग पाकर आ जाता मन में आवेश
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किए हुए कर्मों का करना पड़ेगा भुगतान
मनुज इसलिए तू अपने आत्म स्वरूप को पहचान|

क्षमा मांगकर अपनी भूलों को करो स्वीकार
क्षमा दान देकर ही तो होंगी आत्मा भव पार।

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